The universe as audience metaphor and community among the Jains of North India;Ravindra K. Jain
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मुख्य लेखक: | |
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निगमित लेखक: | |
स्वरूप: | पुस्तक |
भाषा: | अज्ञात या अवैध भाषा अंग्रेज़ी |
प्रकाशित: |
Indian Institute of Advanced Study
1999
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विषय: | |
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भौतिक वर्णन: | 122 p 21.00 cm |
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आईएसबीएन: | 8185952647 |